प्रेम #2 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps April 20, 2023 मिलते हैं मुशाफिर चलते रास्तों में, उन्हें मालूम हैं उनकी मंजिल कहाँ हैं, मिल जाए कोई हमसफऱ रास्ते के दर्द भूल जाते हैं, मंजिल के मिलने की खुशियाँ जोड़ जाते हम।🙏🏻🙏🏻 Read more
प्रेम की सीमाए Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps April 20, 2023 सीमाओं में बाँधना चाहता हूँ मैं खुद को पर तुम्हें याद कर सीमाए भूल जाता हूँ फिर सोचता हूँ मेरे तकदीर में क्या हैं जब उन्हें खुद मुझ पर विश्वास न हैं। Read more